योगा हिंदी मे ~
योग भारत की दें है योग भारत की अदभुत विरासत हैं
जिनकी जड़े भारत से जुडी हुवी है
" योग " एक भौतिक और स्वयंके भीतर आत्माका आध्यात्मिक मिलन है|
भारत की सबसे बड़ी महत्व पूर्ण विरासत हमें अपने ऋषि मुनि ओ से मिली है योग से हम अपनी आत्मासे जुड़ता है
•सबसे पहले योग शब्द का उल्लेख रुग्वेद मे हुवा था
•पतंजलि का योगसूत्र पूर्ण ग्रंथ है
•प्राचीन जगत मे योग को हठ योग कहते है
•इससे शारीरिक और मानसिक दोनों ही स्वास्थ रहते है
•भारत ने ही योग का सारे जगत मे फैलावा किया है
• योग शब्द " यूज " पैसे आया है
अष्टांग योगा हिंदी मे :~
•अष्टांग योगा के 8 प्रकार होते है
1) यम
2) नियम
3)आसान
4) प्राणायाम
5)प्रत्याहर
6) धारणा
7) ध्यान
8) समाधी
~आत्मा को परमात्मा से जुड़ने का काम योग करता है
~महर्षि पतंजलि ने ये साबित किया था
~योग आत्मा शरीर और संसार मे एकरूपता लाते है
~हर अंग आत्मा से विशिष्ट रूप से जुडा होता है
~योग चित की वृद्धि को काबू मे करता है
• यम के पांच विभाग है
1)अहिंशा :~ इससे बेर भाव मोह माया सब छुट्टी जाता है
2)सत्य :~विचार बम नैतिकता, प्रमाणिकता और स्थिरता अति है वानी पवित्र होती है विचार और आचरण शुद्ध बनते है
3) अशतेय :~चोर वृति का ना होना
4)ब्राह्मचार्य :~ चित को ब्रह्म के ज्ञान मे स्थिर करना
सभी इंद्री यों पे सयम बरतना
5) अपरीग्रह :~स्थिर होना दुसरो की चीज पे ध्यान ना होना अधिक संग्रहित नहीं करना लोभ या प्रलोभन नहीं होना
चित की वृतियों के निरोध का नाम योग है इसके दो भाग है
1)बहिरंग (यम, नियम, आसान, प्राणायाम, प्रत्याहार )
2)अतरंग (धारणा, ध्यान, समाधी )
यम का अर्थ ' धैर्य ' है
*जिससे मन को शांति प्रदान होती है अंदर का वायु बाहर जाता है और बाहर का वायु भीतर धखिल होता है
*योगासन द्वारा शारीरिक नियंत्रण होता है
*आसान हठयोग का मुख्य विषय है
* प्राणायाम स्वाश की गति को रोकना होता है मन की चंचलता पर काबू पाने का सही तरीका है
*धारणा मन को एकाग्र करके विषय पे ध्यान करती है इनसे हमारा मन शांत और उड़वेग रहित होता है चित की एकाग्र वृति को बढ़ता है
* समाधी एक विषय है जिसमे मन पूरी तरह से विलीन हो जाता है जिनसे योग प्राप्ति होती है
योग हिंदी मे बताये :~
योग के मुख्य 6 प्रकार है
1) राजयोग
2) हठ योग
3) लययोग
4)ज्ञानयोग
5)कर्मयोग
6)भक्तियोग
प्राणायाम मुद्रा का बहुत महत्त्व है
इतिहास और पुराण इसके गवाह है
* राजयोग को अष्टांग योग भी कहा जाता है
*हठयोग मे सात अंग है वे कुंडलिनी जागृति केलिए और मुद्रा पर अधिक है
*ज्ञान योग ही ध्यान योग है
* कर्मयोग यानिकि कर्म करना होता है ये सहज़ है
* भक्तियोग प्रकृति, साधना, आत्मपुर्त, वंदन केलिए है
योग के फायदे :~
* योग से हमें मानसिक और शारीरिक दोनों तरह के फायदे मिलते है
* शारीरिक आयाम जेसेकी अष्टमा, ब्लड प्रेशर, शुगर जैसे आम मुश्किल को हाल कर सकते है
*हमारे जीवन का स्ट्रेस दूर होता है जिनसे मानसिक तनाव दूर होता है
* हम जीवन मे खुश महसूस करते है
* हदय से जुडी बीमारियों को दूर कर सकते है जेसेकी हार्ट अटैक
* योग नशे जैसी गन्दी आदत को भी धीरे धीरे छुड़वा सकता है
*योग से जुड़ना यानि की प्रकृति से जुड़ना जिनसे मन प्रफुलित होता है
*तन और मन दोनों शुद्ध होते है और आत्मविश्वास बढ़ता है
योगा से वजन कैसे कमे करें :~
* आज की भागदौड़ भरी जिन्दी मे फुर्सद नहीं अपने स्वास्थ्य के लिए
* हमें रोज अपने लिए 10 मिनिट योगा केलिये निकल ने चाहिए जिसमे हलकी कसरत और आसान करने चाहिए
* योगा शरीर के अनचाहे कचरे को बाहर निकलता है और शरीर को शुद्ध करता है
* नियमित योगा करने से शरीर का अनचाहा फेट दूर होता है शरीर स्वस्थ रहता है
* शरीर मे स्फूर्ति बनी रहती है शरीर सुडोल रहता है
* योगा मे ऐसे आसान करने चाहिए जिनसे शरीर अच्छा रहे
वजन को कम करने वाले योगासन :~
धनुरासन :-
अपाच की समस्या दूर होती है इसलिए पेट अच्छा रहता है पेट ही सारे जड की समस्या है पेट अच्छा तो पुरा शरीर अच्छा रहता है
धनुरासन पेट के बल करना चाहिए दोनों हाथो को पेट के बल ऊपर करना होता है और धनुर जैसा आकार मिलता है
नौकसन :~
पेट की जमा चर्बी को कम करता है नौका जैसा आकार मिलता है
भुजंगासन :~
उनसे कमर और कंधे को आराम मिलता है
उष्ट्रसन :~
उनसे शरीर के फेफड़े अच्छे रहते है
शरीर का वजन संतुलित रहता है